- भीलवाड़ा में मांगरोल थाना पुलिस ने किया केस का खुलासा
- साथी पार्टनर व युवक को दिया 80 हजार रूपए का लालच
- मौत से पहले बीमा करवाया, बीमा दावा शुरु होने के बाद हत्या l
भीलवाड़ा. शहर मांगरोल थाना पुलिस ने पिछले दिनों हुए एक फाइनेंसर की हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया है। मामले में पुलिस ने सोमवार को हत्या की वारदात में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि फाइनेंसर आर्थिक कर्ज से उबर नहीं पा रहा था।
ऐसे में उसने 3 अगस्त को 50 लाख रूपए का बीमा करवाया। इसकी 5,832 रूपए की प्रीमीयम राशि भी जमा करवा दी। इस बीमा का दावा 28 अगस्त से शुरु होना था। ऐसे में फाइनेंसर ने 3 सितंबर को अपनी हत्या करवाना तय किया।
एसपी हरेंद्र महावर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गांधी नगर, हरियाणा निवासी राजवीर राजपूत व जीयन खेड़ा यूपी निवासी सुनील कुमार यादव है। एसपी ने बताया कि बापू नगर, भीलवाड़ा निवासी बलबीर खारोल फाइनेंस का काम करता था।
गत 3 सितंबर को चित्तौड़गढ़ रोड पर गुवारड़ी नाले के पास हाथ-पैर बंधे हुई हालत में बलबीर की लाश मिली थी। उसके मुंह पर पॉलीथिन बंधा हुआ था। तब बलबीर के भाई की रिपोर्ट पर मांगरोल थाना पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर पड़ताल शुरु की।
पुलिस ने केस का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक आरोपी राजवीर, मृतक फाइनेंसर के साथ साझेदार में ट्रांसपोर्ट नगर में ढाबा चलाता था। आरोपियों ने बताया कि मृतक बलबीर ने हत्या की साजिश रची।
उनसे संपर्क कर 80 हजार रूपए देने का लालच दिया। एडवांस में 10 हजार रूपए दिए। योजना के अनुसार 2 अगस्त को वे दोनों बलबीर को बाइक पर गुवारड़ी नाले पर ले गए। वहां बलबीर ने अपने पैर बांध लिए और फिर आरोपी सुनील से हाथ बंधवाए।
इसके बाद उसे रस्सी से उसका गला घोंटने को कहा। इस तरह, बलबीर की हत्या कर दोनों आरोपियों ने शव को वहीं पटक दिया और वहां से फरार हो गए। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि बलबीर ने ब्याज पर रुपया चलाकर कमाई के लालच में अपनी प्रोपर्टी बेच दी।
इसके बाद करीब 20 लाख रूपया लोगों को ब्याज पर उधार दे दिया। इसके बाद ना उसे ब्याज वापस मिला और नाहीं मूल धन। जिससे बलबीर आर्थिक कर्ज में आ गया। उसे परिवार के पालन का कोई रास्ता नहीं सूझा तो अपना बीमा करवाकर हत्या की साजिश रची, ताकि मौत के बाद मोटी बीमा रकम उसकी पत्नी व बेटे को मिल सके।